श्री गहलोत ने राजीव गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत को आईटी क्षेत्र में सुपरपावर बनाने का श्रेय राजीव गांधी को जाता है। वे भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे, जिनकी दूरदर्शिता, सौम्य स्वभाव और विनम्र व्यक्तित्व ने देश को नई दिशा दी। उनके नेतृत्व में भारत ने न केवल आईटी के क्षेत्र में ऊँचाइयाँ छुईं, बल्कि देश के उत्तर-पूर्व राज्यों और पंजाब में भी शांति स्थापित करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
राजीव गांधी की असम समझौते में भूमिका
गहलोत ने मणिपुर में जारी हिंसा पर चिंता जताते हुए कहा कि आज के दौर में केंद्र और राज्य सरकारें हिंसा की जिम्मेदारी लेने से बच रही हैं। उन्होंने राजीव गांधी के असम समझौते का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने असम में शांति स्थापित करने के लिए कठोर निर्णय लेते हुए तत्कालीन कांग्रेस सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लागू किया। यह कदम राजीव जी की दूरदर्शिता और साहसिक नेतृत्व का प्रमाण है।
राजीव गांधी की आदर्श राजनीति
गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी ने देशहित में राजनीति को एक नया आदर्श दिया। उन्होंने सरकार और राजनीति की खामियों को स्वीकार कर उन्हें सुधारने के प्रयास किए। गहलोत ने यह भी कहा, "यह मेरा सौभाग्य था कि मुझे उनके मंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला। श्री राजीव गांधी को सादर नमन।"
इस अवसर पर गहलोत ने राजीव गांधी के योगदान को याद करते हुए उन्हें भारत की प्रगति और शांति के प्रतीक के रूप में स्मरण किया।
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