नई दिल्ली। कोविड-19 के कहर के बाद अब एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus) ने भी देश में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस नए संकट की रोकथाम के लिए गंभीरता से कदम उठाए हैं। हाल ही में केरल में एमपॉक्स का एक और नया मामला सामने आया, जिससे राज्य की चिंताएं बढ़ गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एमपॉक्स के लक्षण दिखने वाले व्यक्तियों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करने की सलाह दी है।
इस विषय पर विस्तार से चर्चा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें रोकथाम और निगरानी के लिए ठोस योजनाओं पर विचार किया गया।
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किये दिशा-निर्देश
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Veena George) ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले सभी लोगों की सूची तैयार की जा रही है। उन्होंने विदेशों से आने वाले सभी व्यक्तियों से अनुरोध किया कि अगर कोई असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो वे तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें और चिकित्सा परामर्श लें।
मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि राज्य के सभी जिलों में आइसोलेशन की उचित व्यवस्था कर दी गई है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इसके साथ ही, स्वास्थ्य मंत्रालय ने 23 सितंबर को एमपॉक्स वायरस की रोकथाम और उपचार के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी करने की योजना भी घोषित की थी।
गौरतलब है कि 2022 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा एमपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था, और तब से अब तक भारत में इस वायरस के लगभग 30 मामले सामने आ चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस नए संकट से निपटने के लिए किए जा रहे कदम इस बात का संकेत हैं कि सरकार इस स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और उचित उपाय कर रही है।
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