एक्वाकल्चर वैज्ञानिक डाॅ़. अजय कुमार सोनकर |
प्रयागराज | अन्तर्राष्ट्रीय एक्वाकल्चर वैज्ञानिक डाॅ़. अजय कुमार सोनकर माइक्रोप्लास्टिक्स के हानिकारक प्रभावों को रेखांकित करते हुए बताया है कि किस तरह से टायर एवं जूते के तली से निकले माइक्रोप्लास्टिक पौधे में ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा करने के साथ मिट्टी के पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहे हैं। पौधों के समुचित विकास के अभाव में रूग्णता से उनका अस्तित्व नष्ट हो रहा है।
डॉ़. सोनकर ने रविवार को बताया कि प्लास्टिक कण केवल मानव के लिए ही नुकसानदायक नहीं है बल्कि स्वस्थ पौधों के विकास में भी बाधक बन रहे हैं। टायर के घर्षण और जूते के तली से निकले माइक्रोप्लास्टिक पौधे में ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा करने के साथ मिट्टी के पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहे हैं, जिस कारण पौधों में समुचित विकसित दर बढ़ने के बजाय रूग्णता के कारण नष्ट हो रहे हैं। ऑक्सीडेटिव तनाव एक जटिल रासायनिक क्रिया है जो पौधों में लगभग सभी जैविक और अजैविक तनावों के साथ होती है। यह प्रतिक्रियाशील आक्सीजन प्रजातियों (आरओएस) के अति उत्पादन और संचय के परिणामस्वरूप विकसित होती है।
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