नई दिल्ली | आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जंतर मंतर पर आयोजित ‘जनता की अदालत’ में एक बार फिर भाजपा की दुखती रग पर हाथ रख दिया है । उन्होंने भाजपा को लेकर आरएसएस से पांच सवाल पूछे हैं | चुनावी राजनीति, भ्रष्टाचार और विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल को लेकर सवाल उठाए। गौरतलब है इससे पहले वे यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ को हटाए जाने को लेकर अपने बयान से भाजपा और आरएसएस के अंदरूनी खेमे में हड़कंप मचा चुके हैं ।
केजरीवाल ने अन्ना आंदोलन के समय की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने की चुनौती दी गई थी और उन्होंने साबित कर दिया कि चुनाव ईमानदारी के बल पर जीते जा सकते हैं। उन्होंने कहा, “मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने या मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं।”
केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उन्होंने केवल जनता का प्रेम अर्जित किया है और यही कारण है कि लोग उन्हें अपने घर में रहने के लिए जगह दे रहे हैं। उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “मैं आपसे पूछने आया हूं कि क्या आपको लगता है कि केजरीवाल चोर है या वे लोग चोर हैं जिन्होंने मुझे जेल भेजा?”
केजरीवाल ने यह भी ऐलान किया कि नवरात्रि शुरू होने पर वह मुख्यमंत्री आवास छोड़ देंगे और जनता के बीच रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का डर दिखाकर धमकाया जा रहा है और उनकी सरकारें गिराई जा रही हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने पूछा, “क्या यह सही है कि भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे नेताओं को भाजपा में शामिल करना उचित है?” उन्होंने यह भी कहा, “भाजपा की उत्पत्ति आरएसएस से हुई है, मैं मोहन भागवत से पूछना चाहता हूं कि क्या वह भाजपा की राजनीति से संतुष्ट हैं?”
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा में एक नियम है कि नेताओं की आयु 75 वर्ष होने के बाद वे सेवानिवृत्त हो जाएंगे, क्या यह प्रधानमंत्री मोदी पर लागू नहीं होगा।
आरएसएस से पूछे पांच सवाल
- जिस तरह से मोदी जी पार्टियों को तोड़ रहे हैं और देश भर में सरकारों को लालच देकर या ED और CBI की धमकी देकर गिरा रहे हैं, क्या यह सही है?
- मोदी जी ने अपनी पार्टी में सबसे भ्रष्ट नेताओं को शामिल किया है, जिन्हें वे खुद भ्रष्ट कहते हैं, क्या आप ऐसी राजनीति से सहमत हैं?
- भाजपा RSS की कोख से पैदा हुई है, भाजपा को गुमराह न होने देना RSS की जिम्मेदारी है, क्या आपने कभी मोदी जी को गलत काम करने से रोका है?
- लोकसभा चुनाव के दौरान जेपी नड्डा ने कहा था कि उन्हें RSS की जरूरत नहीं है। क्या बेटा इतना बड़ा हो गया है कि वह मां को ही आंखे दिखाने लगा है? बेटा मातृ संस्था के प्रति अपनी नाराजगी दिखा रहा है। क्या आपको दुख नहीं हुआ जब उसने ऐसा कहा?
- आप लोगों ने कानून बनाया था कि नेता 75 साल के बाद रिटायर हो जाएंगे… अमित शाह कह रहे हैं कि यह नियम मोदी जी पर लागू नहीं होगा। जो बात आडवाणी जी पर लागू होती है, वह मोदी जी पर क्यों नहीं लागू होगी?
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