राजभाषा उपयोग में सतत उन्नति का प्रतीक बना जबलपुर मंडल: डीआरएम

रेलवे में राजभाषा मास समापन पर विविध सांस्कृतिक आयोजन, पुरस्कार वितरण व कवि सम्मेलन



जबलपुर। जबलपुर रेलवे मंडल में राजभाषा हिंदी के सतत प्रोत्साहन के चलते हिंदी का उपयोग अब अधिकाधिक बढ़ रहा है, जिससे यह मंडल की निरंतर प्रगति और रेलवे स्टाफ की अभिवृद्धि का प्रतीक बन गया है। मंडल रेल प्रबंधक विवेक शील ने राजभाषा मास 2024 के समापन पर आयोजित रंगारंग कार्यक्रम, पुरस्कार वितरण समारोह, नाट्य प्रस्तुति और कवि सम्मेलन में इस भावना को व्यक्त किया।

समारोह के प्रारंभ में, अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी संजय कुमार सिंह ने मंडल रेल प्रबंधक विवेक शील, राजभाषा अधिकारी डीके शुक्ला, एवं वरिष्ठ इंजीनियर विवेक कुमार गुप्ता का हार्दिक स्वागत किया। दीप प्रज्ज्वलन और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ विवेक शील ने कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में राजभाषा अधिकारी डीके शुक्ला द्वारा स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया गया, जबकि अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एसके सिंह ने महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय का हिंदी दिवस संदेश सभी के समक्ष रखा। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक विवेक शील द्वारा तिमाही राजभाषा पत्रिका 'प्रगति पथ' के अठारहवें अंक का विमोचन भी किया गया। इस कार्यक्रम में अनेक गणमान्य अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिनमें प्रमुख रूप से अपर सीनियर डीईई रामबदन मिश्रा, एसीएम श्री गुन्नार सिंह आदि शामिल थे।

समारोह के मुख्य आकर्षण में मंडल सांस्कृतिक अकादमी के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया नाटक 'सुदामा के चावल' रहा। इस रंगीन और समर्पित नाट्य मंचन ने उपस्थित दर्शकों की दिलचस्पी को जीवंत रखा और उनके उत्साहजनक तालियों की गूंज ने कलाकारों का मनोबल बढ़ाया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान वैभव मीडोले और प्रवीण शर्मा ने सेक्सोफोन और ट्रम्पेट पर अद्वितीय जुगलबंदी प्रस्तुत की, जिसने माहौल को सुरम्य बना दिया।

कार्यक्रम के दूसरे भाग में आयोजित कवि सम्मेलन ने श्रोताओं के हृदय को अभिभूत कर दिया, जिसमें प्रमुख कवि मन्नान फ़राज (मुंबई), अनुराधा पांडे 'अंजनी', विवेक कुमार गुप्ता (जबलपुर), एवं इंजी. विनोद 'नयन' (जबलपुर) ने अपने काव्य पाठ से माहौल को संजीवनी प्रदान की।

इस अवसर पर राजभाषा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों, अधिकारियों तथा राजभाषा मास में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं—टिप्पण आलेखन, निबंध लेखन, शुद्ध लेखन और स्लोगन प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र और नगद पुरस्कार भेंट किए गए। सम्मान प्राप्त करने वालों में मनीष सरकले, एसके वर्मा, किरण मोदी, जगरूप प्रसाद, संजीव ताम्रकार, जमील खान, अम्बेदकर कुमार, सर्वेन्द्र कुमार, शशिधर द्विवेदी, दीपेश मिश्रा, पीयूष चौबे, रजनीश रंजन, रोहित रजक, प्रदीप जैन, ऋतु नामदेव, स्तुति उइके, राजेन्द्र वर्मा, सत्यम पाण्डेय, शिमला शर्मा, शिल्पी साहू, शरद आठले, रवि कान्त कुमार, किशोर हंसदा, कविता साहू, ज्योति कापसे, और राजेश साहू शामिल थे।

कार्यक्रम का संचालन राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अनुवादक किशोर कुमार साहू ने प्रभावशाली ढंग से किया, जिसने समारोह की गरिमा में वृद्धि की।

Post a Comment

أحدث أقدم