विशेष : विवादों में महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा महासचिव का नोट बांटना लेखक - सुसंस्कृति परिहार



लेखक - सुसंस्कृति परिहार

महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव में भाजपा की हालत पतली है, यह संकेत लगातार बराबर सामने आ रहे हैं। लोग यह भी खुलेआम कह रहे थे कि जनता भाजपा के ख़िलाफ़ हैं लेकिन जीतेगी भाजपा ही। ठीक वैसे जैसे लोकसभा चुनाव में 70 सीटों पर अधिक मतदान के ज़रिए सबसे बड़े दल के रुप में जीत दर्ज की। कुछ लोगों का यह भी कहना था कि विगत कुछ माह पूर्व हरियाणा और कश्मीर की तरह ये भी हो सकता है। झारखंड में इंडिया गठबंधन को जिता कर महाराष्ट्र को हथिया लें। क्योंकि वह राज्य इस समय गुजरात लाबी की आंखों में कंटक बना हुआ है।संघ और भाजपा की तकरार निरंतर बढ़ रही है। ताकि ईवीएम पर शक की गुंजाइश ना रहे।

लगता है, अपनी हार को बचाने भाजपा महासचिव विनोद तावड़े को झारखंड छोड़ कर महाराष्ट्र नोटों को बांटने आना पड़ा। खास बात ये कि मतदान के एक दिन पहले पैसे बांटने के आरोप तब लगे जब बहुजन विकास अघाड़ी के विधायक क्षितिज ठाकुर समेत कई नेताओं ने पालघर ज़िले के नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र के एक होटल में हंगामा शुरू किया। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर पोस्ट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है। राहुल ने एक्स पर लिखा कि मोदी जी, यह 5 करोड़ किसके सेफ से निकला है? जनता का पैसा लूटकर आपको किसने टेम्पो में भेजा? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि हमें बताया गया है कि विनोद तावड़े के पास से एक डायरी बरामद हुई है। जिसमें पता चला है कि 10 करोड़ रुपये पहले ही बांटे जा चुके थे।

बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े  पर महाराष्ट्र चुनाव में पैसे बांटने के गंभीर आरोप लगे हैं। मंगलवार को इससे संबंधित एक वीडियो भी वायरल हुआ है. इसे लेकर बिहार में आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ये महाशय विनोद तावड़े हैं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव जिन्हें महाराष्ट्र चुनाव में पैसा बांटते लोगों ने पकड़ा है। 

आरजेडी के राष्टीय प्रवक्ता ने अपनी पोस्ट में लिखा है, "पब्लिक कह रही है. ये देखो चोर चोर, पैसा बांट रहा है, ये देखो चोर। जिसे जनता चोर चोर कहते हुए पैसे के साथ भगा रही है। ये महाशय बिहार के राष्ट्रीय प्रभारी भी हैं, भारतीय जनता को पैसे पर खरीदने का तरीका बीजेपी को वंशानुगत मिला है। इलेक्शन कमीशन ने इन आरोपों का संज्ञान लेते हुए विनोद तावड़े और बीजेपी उम्मीदवार राजन नाइक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

उधर महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी किरण कुलकर्णी ने कहा, सूचना मिलने के बाद पुलिस नालासोपारा पहुंची। चुनावी आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई फ्लाइंग स्क्वॉड भी मौके पर पहुंची। कुछ बरामदगी भी की गई है। अलग-अलग धाराओं के तहत एफ़आईआर दर्ज कराए जाने की प्रक्रिया अभी चल रही है।  

सब कुछ नियंत्रण में है. अगर कोई आचार संहिता का उल्लंघन करेगा तो उस पर क़ानून के तहत कार्रवाई होगी। इस मामले में दो एफ़आईआर दर्ज की गई हैं और तीसरी एफ़आईआर अवैध तरीक़े से प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने को लेकर दर्ज की जा रही है। डीएसपी ने बताया, साढ़े 11 बजे हमें पता चला कि बीजेपी और बहुजन विकास अघाड़ी के कुछ कार्यकर्ता जमा हुए हैं. तुरंत मैंने पुलिस स्टाफ़ को यहां भेज दिया. ऊपर के फ़्लोर पर बीजेपी के लोग थे और नीचे के फ़्लोर पर बहुजन विकास अघाड़ी के लोग थे कुछ पैसे और डायरियां मिली हैं। उसी के तहत दो एफ़आईआर दर्ज की गई हैं।

विनोद तावड़े पर पैसे बांटने के आरोप के बाद महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने तावड़े को घेरकर पैसे दिखाए और जमकर हंगामा किया। जानकारी के मुताबिक उन्होंने विनोद तावड़े की गाड़ी के टायर फाड़ दिए, जिसकी वजह से उन्हें वहां से हितेन्द्र ठाकुर की गाड़ी से रवाना होना पड़ा।

हालांकि तावड़े झूठ पर झूठ बोलकर बचने की हरचंद कोशिश में लगे हैं। चुनाव आयोग की गतिविधियों को संदिग्ध ही माना जा रहा है। लेकिन इस तरह बुलाकर होटल में नोट बांटते वीडियो में भाजपा महासचिव को देखकर वोटरों को लुभा नहीं  सुलगा रहा है । ये वीडियो उस हकीकत की जीती जागती तस्वीर है जो अभी तक मंत्री विधायक करते थे इसमें भाजपा महासचिव विनोद तावड़े का फंसना ,भाजपा की करतूतों का पर्दाफाश करता है। यह भी संकेत दे रहा है कि महाराष्ट्र उनके हाथ से निकल रहा है।

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