उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर मीडिया के उत्पीड़न का गंभीर आरोप
- पत्रकारों का मनोबल तोड़ने के लिए हर साधन का उपयोग
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘पत्रकार की हत्या, पत्रकारों को धमकाना, उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करना, उनकी छवि को धूमिल करने के लिए झूठे मामले दर्ज कराना, उन्हें नग्न कर पिटाई करना और उन्हें अनचाहे पेय पिलाना... भाजपा शासन में मीडिया के 'मनोबल का एनकाउंटर' करने के हर साधन का उपयोग किया जा रहा है।’’
सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस सिलसिले में अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ''मीडिया कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!''
इस बयान के बाद हमीरपुर पुलिस ने भी स्थिति स्पष्ट करने के लिए ‘एक्स’ पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि इस मामले का वीडियो 1 नवंबर को सामने आया था और घटना की गंभीरता को देखते हुए 28 अक्टूबर को जरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। पुलिस ने यह भी सूचित किया कि मुख्य आरोपी आर.के. सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है, और अन्य संदिग्धों की धरपकड़ के लिए विशेष पुलिस टीमें बनाई गई हैं।
इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी माहौल गरमा गया है, जिसमें विपक्ष द्वारा सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हनन का गंभीर आरोप लगाया जा रहा है।
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