महाकुंभ 2025: भारतीय रेल की विशेष तैयारी, यात्री सुविधाओं पर जोर

प्रयागराज क्षेत्र में 1186 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, रेलवे बोर्ड में स्थापित वार रूम

जबलपुर। महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेल ने प्रयागराज और आसपास के स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि महाकुंभ के दौरान रेलवे का पूरा ध्यान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर रहेगा। प्रयागराज क्षेत्र के 9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों की निगरानी के लिए रेलवे बोर्ड में एक वार रूम स्थापित किया गया है, जिससे पांच-स्तरीय मॉनिटरिंग की जाएगी।

रेल मंत्री ने बताया कि महाकुंभ 2025 के दौरान 10,000 नियमित गाड़ियों के अतिरिक्त 3100 विशेष गाड़ियों का संचालन होगा, जो पिछले कुंभ की तुलना में 4.5 गुना अधिक है। सभी प्लेटफॉर्मों और स्टेशन परिसरों में कुल 1186 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें से 116 कैमरे फेस रिकॉग्निशन तकनीक से लैस हैं।

रेलवे की प्रमुख घोषणाएं:

  • 12 भारतीय भाषाओं में होगी उद्घोषणा
प्रयागराज स्टेशन पर अब 12 भारतीय भाषाओं में उद्घोषणा होगी, जिससे विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को आसानी होगी। रेल मंत्री ने कहा कि सूचना प्रसारण के लिए तैयार बुकलेट को 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में जारी किया गया है।

  • होल्डिंग एरिया और कलर कोडेड टिकट सिस्टम
महाकुंभ के दौरान डायरेक्शन वाइस कलर कोडेड होल्डिंग एरिया बनाया गया है। अलग-अलग दिशा में जाने वाले यात्रियों के लिए भिन्न-भिन्न रंग के टिकट जारी किए जाएंगे, जिससे यात्रियों को गंतव्य स्टेशन पर पहुंचने में आसानी होगी।

  • सात नए प्लेटफॉर्म और सेकेंड एंट्री का विकास
महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज क्षेत्र में सात नए प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं, जिससे क्षेत्र के नौ स्टेशनों पर कुल प्लेटफॉर्म की संख्या 48 हो गई है। इसके अलावा, सूबेदारगंज स्टेशन को प्रयागराज जंक्शन के सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है।

  • 17 नए अस्थाई आश्रय स्थलों का निर्माण
महाकुंभ के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए 17 नए अस्थाई यात्री आश्रय स्थल बनाए गए हैं। इन आश्रय स्थलों की कुल होल्डिंग क्षमता 1,10,000 यात्रियों तक बढ़ा दी गई है।

  • निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था
प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर 764 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए 13,000 से अधिक रेलवे कर्मचारी और 10,000 जीआरपी जवान तैनात किए जाएंगे। रेलवे के अनुसार, प्रयागराज क्षेत्र में सभी लेवल क्रॉसिंग गेट को बंद कर दिया गया है और 21 नए ROB और RUB का निर्माण किया गया है, जिससे ट्रेनों का परिचालन अधिक सुगम होगा।

महाकुंभ के मुख्य स्नान पर्व की तिथियां

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए प्रमुख स्नान पर्वों के लिए विशेष गाड़ियां चलाने की घोषणा की है।

  • पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी 2025
  • मकर संक्रांति: 14 जनवरी 2025
  • मौनी अमावस्या: 29 जनवरी 2025
  • बसंत पंचमी: 3 फरवरी 2025
  • माघ पूर्णिमा: 12 फरवरी 2025
  • महाशिवरात्रि: 26 फरवरी 2025

रेलवे बोर्ड में वार रूम की व्यवस्था

रेलवे बोर्ड में स्थापित वार रूम में विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी 24x7 मौजूद रहेंगे।
इस वार रूम से महाकुंभ के दौरान सभी गाड़ियों और स्टेशनों की निगरानी की जाएगी।
वार रूम में ऑपरेटिंग, कमर्शियल, सिग्नल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के अधिकारी भी तैनात रहेंगे।

रेल मंत्री ने कहा कि प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं को डिजिटल महाकुंभ का अनुभव देने के लिए बार कोडेड यूटीएस टिकट प्रणाली भी लॉन्च की गई है। इससे यात्रियों को टिकट लेने में आसानी होगी।

यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे का डिजिटल प्रयास

रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान यात्रियों को टिकट लेने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए प्रत्येक दिन 10 लाख से अधिक टिकट जारी करने की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा आयोजन है और भारतीय रेलवे पूरी तरह से तैयार है कि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान सुरक्षा, सुविधा और सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जाए।

प्रयागराज स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष गेट
रेलवे ने प्रयागराज स्टेशन पर अनरिजर्व्ड और रिजर्व्ड श्रेणी के यात्रियों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार निर्धारित किए हैं। अनरिजर्व्ड यात्रियों के लिए स्टेशन पर अलग गेट की व्यवस्था की गई है, जबकि रिजर्व्ड क्लास के यात्रियों को गेट नंबर 5 से प्रवेश दिया जाएगा।

महाकुंभ के लिए रेलवे की तैयारियों को देखते हुए रेल मंत्री ने कहा,

महाकुंभ 2025 भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा आयोजन है। भारतीय रेलवे ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

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