जबलपुर। शहर के कचरा प्रबंधन को अधिक आधुनिक और प्रभावी बनाने की दिशा में सिटीज 2.0 परियोजना मील का पत्थर साबित होगी। आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी, यूरोपियन संस्थाओं एवं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स के सहयोग से आयोजित सिटीज 2.0 प्रतियोगिता में जबलपुर शहर का चयन किया गया था। इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव के नेतृत्व में लगातार रणनीतिक विमर्श किया जा रहा है। इसी क्रम में उन्होंने स्वच्छता एवं स्मार्ट सिटी विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर योजना की तैयारियों और क्रियान्वयन की व्यापक समीक्षा की।
बेहतर कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण को मिलेगा बढ़ावा
निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव ने बैठक के दौरान बताया कि सिटीज 2.0 के प्रभावी क्रियान्वयन से जबलपुर शहर का कचरा प्रबंधन और अधिक व्यवस्थित एवं कुशल होगा। इस परियोजना के तहत प्लास्टिक, ई-कचरा और जैविक कचरे के लिए अलग-अलग पुनर्चक्रण सुविधाओं को विकसित किया जाएगा, जिससे कचरे का वैज्ञानिक निपटान और संसाधन पुनः उपयोग की प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत जैविक कचरे से बायो-सीएनजी गैस एवं खाद के उत्पादन की भी व्यवस्था होगी, जिससे भविष्य में सीएनजी वाहनों को ग्रीन ईंधन उपलब्ध कराया जा सकेगा। यह पहल शहर में प्रदूषण कम करने और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम होगा सुदृढ़
इस परियोजना के अंतर्गत शहर में एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन (इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट) प्रणाली को और अधिक सक्षम बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। इसमें कचरा संग्रहण से लेकर उसके निपटान तक की पूरी प्रक्रिया की कमियों को चिन्हित कर उन्हें दूर करने की कार्ययोजना तैयार की गई है, जिसे भारत सरकार ने स्वीकृति प्रदान की है।
इससे नागरिकों को बेहतर सफाई सेवाएँ मिलेंगी, घर-घर कचरा संग्रहण की गति बढ़ेगी और कचरा निपटान के लिए आधुनिक संसाधनों का उपयोग किया जाएगा। इससे नगर निगम की कार्यक्षमता बढ़ेगी और कचरा प्रबंधन में लगने वाले समय एवं खर्च में भी कमी आएगी।
स्वच्छता निगरानी प्रणाली होगी अधिक मजबूत
निगमायुक्त ने बताया कि इस परियोजना के तहत शहर की सफाई व्यवस्था को अधिक प्रभावी ढंग से मॉनिटर करने के लिए निगरानी प्रणाली को सशक्त किया जाएगा। नगर निगम के पास बेहतर तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे सफाई व्यवस्था को अधिक व्यवस्थित और स्मार्ट तरीके से संचालित किया जा सके।
इस समीक्षा बैठक में स्मार्ट सिटी के सीईओ अनुराग सिंह, अपर आयुक्त व्ही.एन. बाजपेयी, उपायुक्त श्रीमती अंकिता जैन, सहायक नोडल अधिकारी अभिनव मिश्रा, सहायक यंत्री अर्पित नेमा, तकनीकी अधिकारी बालेन्द्र शुक्ला, अंकुर खरे, गजेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
सिटीज 2.0 परियोजना के प्रभावी क्रियान्वयन से जबलपुर का कचरा प्रबंधन आधुनिक और पर्यावरण-संवेदनशील होगा, जिससे स्वच्छता के नए मानक स्थापित होंगे और शहर को ‘स्मार्ट एवं ग्रीन सिटी’ के रूप में एक नई पहचान मिलेगी।
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