केन्ट विधानसभा के नागरिकों को दो खूबसूरत तालाबों की सौगात: विधायक अशोक रोहाणी

मोहनिया के दोनों तालाबों का सौन्दर्यीकरण 2 करोड़ की योजना के तहत होगा—विधायक का बड़ा ऐलान

जबलपुर। जल संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए केन्ट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मोहनिया के दोनों ऐतिहासिक तालाबों को भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना के लिए शासन द्वारा 2 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। केन्ट विधायक अशोक ईश्वरदास रोहाणी ने अपने क्षेत्रीय दौरे के दौरान इन तालाबों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को डी.पी.आर. (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

विधायक श्री रोहाणी ने कहा कि यह परियोजना न केवल जलस्रोतों के पुनरुद्धार का काम करेगी, बल्कि नागरिकों को स्वच्छता, मनोरंजन और जल प्रबंधन के लिए बेहतर संसाधन भी प्रदान करेगी। उन्होंने इस पहल को जल संरक्षण के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया।

  • जल संरक्षण की दिशा में प्रभावी कदम, तालाबों का होगा उन्नत सौंदर्यीकरण

मोहनिया तालाबों का सौंदर्यीकरण शासन की जलसंरक्षण और संवर्धन योजना के तहत किया जाएगा। इस पहल के माध्यम से तालाबों के किनारों को आकर्षक बनाया जाएगा, जिसमें पैदल पथ, लैंडस्केपिंग, स्ट्रीट लाइटिंग और वृक्षारोपण शामिल है। इसके अलावा तालाब के जल स्तर को स्थिर बनाए रखने के लिए वैज्ञानिक तकनीकों का भी उपयोग किया जाएगा।

निरीक्षण के दौरान विधायक ने कहा,

केन्ट विधानसभा क्षेत्र के निवासियों को एक नहीं, बल्कि दोनों तालाबों के सौंदर्यीकरण की सौगात मिलेगी। यह परियोजना जलप्रबंधन को मजबूत करेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए जल संरक्षण की मिसाल बनेगी।

निरीक्षण दल में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी

इस निरीक्षण दौरे में नगर निगम के जल प्रभारी दामोदर सोनी, लाला लाजपत राय वार्ड की पार्षद सावित्री शाह, क्षेत्रीय पार्षद अनुराग दाहिया, निशांत झारिया, अधीक्षण यंत्री कमलेश श्रीवास्तव, एस.डी.एम. रघुवीर सिंह मरावी, तहसीलदार अनिल सिंह और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने परियोजना की रूपरेखा पर विचार-विमर्श करते हुए इसे जल संरक्षण की दिशा में एक सार्थक पहल बताया।

क्षेत्रीय नागरिक पुष्पराज सेंगर, सुरेश पटैल और अन्य स्थानीय निवासियों ने इस योजना का स्वागत करते हुए कहा कि इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

  • क्षेत्रवासियों को मिलेगा दीर्घकालिक लाभ

इस पहल से जहां क्षेत्र के आसपास की आबोहवा में सुधार होगा, वहीं तालाबों की पारंपरिक विरासत भी संरक्षित रहेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की योजनाएं जल संकट की समस्या को दीर्घकालिक रूप से हल कर सकती हैं।

विधायक रोहाणी ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि यह सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि जनता के जीवनस्तर को बेहतर बनाने का सार्थक प्रयास है।

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