शरद यादव विचार मंच ने पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में लिया समाजवादी विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प
जबलपुर। समाजवादी विचारधारा के प्रखर हस्ताक्षर और जबलपुर के पूर्व सांसद शरद यादव को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए शरद यादव विचार मंच ने एक भावनात्मक आयोजन किया। यह कार्यक्रम डॉ. अंबेडकर चौक के समीप स्थित ललित उद्यान में उनकी प्रतिमा स्थल पर आयोजित हुआ। इस अवसर पर शहर के तमाम बुद्धिजीवियों, नेताओं और आम नागरिकों ने उनके योगदान को याद किया और उनकी स्मृतियों को साझा किया।कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने शरद यादव के अद्वितीय राजनीतिक सफर और उनके द्वारा जबलपुर को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया। दिल्ली के लिए पहली रेल सेवा से लेकर जबलपुर को रेलवे जोन का दर्जा दिलाने तक, उन्होंने कई अहम परियोजनाओं को मूर्त रूप दिया। वक्ताओं ने कहा कि शरद यादव के प्रयासों से बरगी बांध परियोजना को गति मिली, डुमना हवाई अड्डे का विकास हुआ और गोंदिया छोटी रेल लाइन को बड़ी लाइन में तब्दील किया गया।
उनकी दूरदर्शिता और संघर्षशीलता ने जबलपुर को एक नई पहचान दिलाई। उन्होंने न सिर्फ किसानों और मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की, बल्कि छात्रों, युवाओं और महिलाओं के हितों की भी पुरजोर वकालत की।
यादों में शरद यादव: संघर्ष की खट्टी-मीठी दास्तानें
इस मौके पर उपस्थित लोगों ने शरद यादव के साथ बिताए पलों की खट्टी-मीठी यादों को साझा किया। कई लोगों ने उनके संघर्षशील स्वभाव और आत्मीय व्यक्तित्व के किस्से सुनाए। कुछ ने कहा कि उन्होंने शरद यादव को व्यक्तिगत रूप से कभी नहीं देखा था, लेकिन उनके कार्यों और योगदान की गाथाएं सुनकर वे उनके विचारों से अभिभूत हुए बिना नहीं रह सके।
श्रद्धांजलि सभा में यह बात उभरकर सामने आई कि शरद यादव ने कभी भी गरीबी और अभावों के आगे हार नहीं मानी। उन्होंने हर परिस्थिति में जनसेवा और समाजवादी विचारधारा को अपने जीवन का केंद्र बिंदु बनाए रखा।
समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने का संकल्प
आयोजन में उपस्थित लोगों ने शरद यादव की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि उनकी सोच को नए दौर के युवाओं तक ले जाने की जरूरत है। वक्ताओं ने कहा कि समाजवादी मूल्यों को जीवंत रखना ही शरद यादव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर मंच के प्रमुख सदस्यों में रामरतन यादव, राधेश्याम अग्रवाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता नन्हेलाल धुर्वे, धनश्याम यादव, बैजनाथ कुशवाहा, नोखे लाल प्रजापति, इन्द्रकुमार पटेल, किशोरीलाल भलावी, सुधीर शर्मा, देवेन्द्र यादव, रमेश रजक, इशरत अली पूर्व मंडी अध्यक्ष प्रदीप यादव, यादव समाज के पूर्व अध्यक्ष सुभाष यादव और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। सभी ने अपने विचार साझा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि शरद यादव के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को नई दिशा देने में सहायक हो सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में, उपस्थित लोगों ने शरद यादव की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलने और उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया।
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