हौसले की उड़ान: टूटी बाहों के बावजूद जबलपुर के बादल सिंह ने राष्ट्रीय खेलों में लहराया परचम


जबलपुर। कहते हैं कि सच्ची लगन और आत्मविश्वास के आगे कोई बाधा टिक नहीं सकती। इस बात को संस्कारधानी के होनहार खिलाड़ी बादल सिंह परिहार ने सच कर दिखाया। हरियाणा के लोहारू में आयोजित 34वीं नेशनल स्ट्रेंथ लिफ्टिंग और इंक्लाइन बेंच प्रेस चैंपियनशिप में उन्होंने अपनी असाधारण मेहनत और जज़्बे से दो स्वर्ण पदक जीतकर जबलपुर का नाम रोशन किया।

महापौर ने किया सम्मान, बढ़ाया हौसला

बादल की इस अद्भुत उपलब्धि पर महापौर जगत बहादुर सिंह "अन्नू" ने अपने कार्यालय में उनका सम्मान किया। निगमाध्यक्ष रिकुंज विज की उपस्थिति में महापौर ने बादल सिंह परिहार को 51 सौ रुपये की नगद राशि भेंट कर उनकी हौसलाअफजाई की। इस दौरान महापौर ने कहा—

"बादल न केवल जबलपुर बल्कि पूरे देश का गौरव हैं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी जिस हिम्मत और जज़्बे का परिचय दिया, वह हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।"

दुर्घटना भी नहीं रोक पाई बादल का हौसला

गौरतलब है कि बादल सिंह परिहार एक सड़क दुर्घटना में दोनों हाथ टूटने के बावजूद अपनी मेहनत और इच्छाशक्ति से आगे बढ़ते रहे। उन्होंने अपनी कमजोरी को ताकत में बदलते हुए राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया

परिवार ने व्यक्त की कृतज्ञता

सम्मान समारोह में बादल के पिता संजय सिंह परिहार भी मौजूद रहे। उन्होंने महापौर और निगमाध्यक्ष द्वारा दिए गए सम्मान और आत्मीयता के लिए आभार व्यक्त किया।


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