जबलपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन में भारतीय रेलवे की महत्वपूर्ण भूमिका की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि रेलवे ने प्रयागराज के सभी 9 रेलवे स्टेशनों का सौंदर्यीकरण करने के साथ-साथ उनके विस्तार में होल्डिंग एरिया भी बनाए। इतना ही नहीं, तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 3,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई गईं। मुख्यमंत्री ने भारतीय रेलवे के कार्य को अभिनंदनीय और अनुकरणीय बताया।
रेलवे के कुशल समन्वय से संभव हुआ भव्य आयोजन
सीएम योगी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान रेलवे की योजनाओं को धरातल पर सफलतापूर्वक उतारने के लिए रेल मंत्री स्वयं निरंतर समन्वय में रहे और उनके साथ नियमित चर्चा करते रहे। उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, महाप्रबंधक (GM) और मंडल रेल प्रबंधक (DRM) स्तर के अधिकारी पूरे समर्पण और तत्परता के साथ इस भव्य आयोजन में सहभागी बने।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे का विशेष योगदान
रेलवे ने महाकुंभ के दौरान जितनी मेला स्पेशल ट्रेनों की आवश्यकता पड़ी, उतनी ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया, जिससे श्रद्धालुओं को प्रयागराज आने और वहां से अपने गंतव्य तक पहुंचने में कोई असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे के इस सहयोग के कारण ही महाकुंभ जैसा विराट आयोजन इतनी भव्यता और दिव्यता के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हो पा रहा है।
रेलवे की आधुनिक व्यवस्थाएं और सुरक्षा प्रबंधन
भारतीय रेलवे ने महाकुंभ 2025 को डिजिटल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए, जिनमें शामिल हैं:
✔ 13,500 ट्रेनों का संचालन, जिसमें 3,500 से अधिक विशेष गाड़ियां शामिल हैं।
✔ 13,000 से अधिक कर्मयोगी यात्रियों की सेवा में तैनात।
✔ 1,186 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से 24 घंटे निगरानी।
✔ 1.5 लाख यात्रियों के लिए विशेष होल्डिंग एरिया की व्यवस्था।
✔ भीड़ नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम।
✔ 48 डिजिटल टिकटिंग काउंटर और बहुभाषी उद्घोषणाएं।
रेलवे ने महाकुंभ को बनाया अविस्मरणीय
महाकुंभ 2025 में भारतीय रेलवे के योगदान को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रेलवे श्रद्धालुओं के हर कदम पर उनके साथ है। रेलवे की सुव्यवस्थित सेवाएं, आधुनिक प्रबंधन और सुरक्षा उपायों ने महाकुंभ को न केवल भव्य, बल्कि सुविधाजनक और अविस्मरणीय बना दिया है।
एक टिप्पणी भेजें