भोपाल। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देश-विदेश के निवेशकों को मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि यह राज्य निवेश के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है और यहाँ निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध है।
श्री शाह ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 के समापन सत्र को संबोधित किया, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मुख्य सचिव अनुराग जैन, विभिन्न मंत्रीगण और देश-विदेश के उद्योग जगत के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जानकारी दी कि दो दिवसीय आयोजन के दौरान 30.77 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जो राज्य के आर्थिक विकास को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक होंगे।
मध्यप्रदेश: बीमारू से विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल
अमित शाह ने कहा कि बीते दो दिनों में मिले निवेश प्रस्ताव शीघ्र ही धरातल पर आकार लेंगे। उन्होंने मध्यप्रदेश की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए बताया कि एक समय जिसे "बीमारू राज्य" कहा जाता था, वह बीते 20 वर्षों में भाजपा सरकार के नेतृत्व में एक विकसित और समृद्ध राज्य बन चुका है। उन्होंने कहा कि सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई और आधारभूत संरचना (इंफ्रास्ट्रक्चर) के क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार हुए हैं, जिससे मध्यप्रदेश देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों की सूची में शामिल हो गया है।
खनिज संपदा और औद्योगिक संभावनाओं का केंद्र
श्री शाह ने बताया कि मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों और औद्योगिक विकास की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण राज्य है। यहाँ मैंगनीज, कॉपर, कोयला, रॉक फॉस्फेट, लौह अयस्क जैसे बहुमूल्य खनिज संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। इसके अलावा, देश के कुल ऑर्गेनिक कॉटन उत्पादन का 25% भाग मध्यप्रदेश से आता है, जिससे यह फूड प्रोसेसिंग और टेक्सटाइल उद्योग के लिए भी एक आकर्षक निवेश गंतव्य बन गया है।
उन्होंने कहा कि स्थिर शासन और पारदर्शी प्रशासन की वजह से यहाँ की नीतियाँ मजबूत और निवेशकों के अनुकूल हैं। राज्य प्रशासन भी निवेशकों के लिए सहायता और समर्थन देने के लिए तत्पर है।
विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में मध्यप्रदेश की भूमिका
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में कार्य कर रहा है। इसी तरह, 2027 तक भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में मध्यप्रदेश भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
उन्होंने कहा कि बीते दस वर्षों में केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक सुधार किए हैं, जिनकी वजह से देश में विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में हुए सुधारों का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया था, लेकिन अब देश के हर नागरिक के पास बैंक खाता है और बैंकिंग सेवाओं में व्यापक सुधार हुए हैं।
मध्यप्रदेश अब औद्योगिक निवेश, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और टेक्सटाइल सेक्टर में अपार संभावनाओं वाला राज्य बन चुका है। स्थिर शासन, निवेशकों के लिए अनुकूल नीतियाँ और बेहतर अधोसंरचना इसे देश-विदेश के निवेशकों के लिए सबसे आकर्षक गंतव्य बना रही हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में 30.77 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव इस बात की पुष्टि करते हैं कि मध्यप्रदेश अब बीमारू नहीं, बल्कि एक विकसित राज्य की राह पर अग्रसर है।
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