मध्यप्रदेश बना निवेशकों की पहली पसंद: GIS-भोपाल ने रचा स्वर्णिम इतिहास

30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 21.40 लाख रोजगार के अवसर


भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में मध्यप्रदेश ने स्वर्णिम उपलब्धियां हासिल की हैंग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS)-भोपाल में महज दो दिनों में 26.61 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो राज्य के औद्योगिक विकास में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ है।

बीते एक वर्ष में आयोजित 7 रीजनल कॉन्क्लेव, 6 रोड शो और इंटरैक्टिव सेशन्स के माध्यम से कुल 30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिससे 21.40 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ मध्यप्रदेश एक वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने वाला देश का तीसरा राज्य बन गया है।

GIS-भोपाल: निवेशकों के विश्वास का केंद्र

GIS-भोपाल का भव्य शुभारंभ 24 फरवरी को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश को उद्योगों के लिए सबसे अनुकूल राज्य बताते हुए कहा, "मध्यप्रदेश में निवेश का यही सही समय है।"

GIS के दूसरे दिन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह और नागरिक विमानन मंत्री श्री के. राममोहन नायडू ने निवेशकों को प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री ने राज्य की 18 नई औद्योगिक नीतियों का भी शुभारंभ किया, जिससे व्यापार और निवेश को नई गति मिलेगी।

85 से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर, नई औद्योगिक इकाइयों की सौगात

GIS-भोपाल में 85 से अधिक समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए, जिनके माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना होगी। राज्य सरकार अब सेक्टर-विशेष औद्योगिक कॉन्क्लेव आयोजित करने की रणनीति पर काम कर रही है, जिससे विशिष्ट उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और निवेश के नए अवसर खुलेंगे

विदेशी प्रतिनिधियों का मध्यप्रदेश में निवेश पर सकारात्मक रुख

GIS-भोपाल में 60 से अधिक देशों के 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान, तुर्की, पोलैंड, रूस, रवांडा और यूएई जैसे 9 देश कंट्री पार्टनर बने।

जिम्बाब्वे के उद्योग मंत्री श्री एम.के. मोदी, नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा, तुर्की के राजदूत श्री मोहम्मद रलीकी, जापान के वाणिज्य दूत श्री यागी काजी सहित कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण की सराहना की।

GIS-भोपाल में ऐतिहासिक भागीदारी

  • 25,000 से अधिक निवेशकों ने पंजीकरण कराया
  • 600 से अधिक बिजनेस-टू-गवर्नमेंट (B2G) बैठकें
  • 5000 से अधिक बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) बैठकें
  • 300 से अधिक उद्योग जगत के दिग्गजों की भागीदारी

इस समिट में गौतम अडानी (अडानी ग्रुप), कुमार मंगलम बिड़ला (आदित्य बिड़ला ग्रुप), सुधीर अग्रवाल (सागर इंडस्ट्री ग्रुप), नुपुर खंडेलवाल (रसना प्राइवेट लिमिटेड), बाबा कल्याणी (भारत फोर्ज लिमिटेड) सहित उद्योग जगत के बड़े नाम शामिल हुए।

GIS-भोपाल: मध्यप्रदेश में निवेश का नया युग

GIS-भोपाल के माध्यम से राज्य को 26.61 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले, जबकि रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव से 2.34 लाख करोड़, इंटरैक्टिव सेशन्स से 1.82 लाख करोड़, यूके रोड शो से 1.25 लाख करोड़, जर्मन टूर से 1.50 लाख करोड़, जापान टूर से 2 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।

सड़क और बुनियादी ढांचे के विकास को मिलेगी गति

GIS-भोपाल के दौरान नेशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया और लोक निर्माण विभाग के बीच 1.30 लाख करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जिससे राज्य में सड़क और आधारभूत संरचनाओं के विकास को नई रफ्तार मिलेगी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव: "मध्यप्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है"

GIS-भोपाल की ऐतिहासिक सफलता पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, "हम निवेशकों के विश्वास को मजबूत करेंगे, नई नीतियां लागू करेंगे और रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे। GIS-भोपाल ने यह साबित कर दिया कि मध्यप्रदेश अब देश-विदेश के निवेशकों के लिए फेवरेट इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन चुका है।"

GIS-भोपाल: औद्योगिक और आर्थिक विकास की नई उड़ान

GIS-भोपाल न केवल मध्यप्रदेश के औद्योगिक भविष्य को उज्ज्वल बना रहा है, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान कर रहा है। राज्य सरकार द्वारा व्यापारिक सुगमता (Ease of Doing Business) बढ़ाने के प्रयासों के चलते मध्यप्रदेश निवेशकों के लिए सबसे आकर्षक गंतव्य बनकर उभरा है।

GIS-भोपाल की यह सफलता मध्यप्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुई है

Post a Comment

أحدث أقدم