आईएसएस मिशन पूरा कर सुनीता विलियम्स समेत चार अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर लौटे

चेन्नई | भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर अपने वाणिज्यिक क्रू मिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। बुधवार तड़के, स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन के अंतर्गत, चारों अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार होकर पृथ्वी पर सुरक्षित रूप से लौट आए। यान ने सुबह 03:27 बजे (अमेरिकी समयानुसार) फ्लोरिडा के तल्हासी तट के पास अमेरिका की खाड़ी में सफल लैंडिंग की।

मिशन की सफलता और सुरक्षित वापसी

नासा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव ने पृथ्वी की कक्षा में अपना महीनों लंबा अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया। शाम 5:57 बजे (पूर्वी समयानुसार) चारों यात्री अंतरिक्ष से पृथ्वी पर वापस लौटे।

स्पेसएक्स की रिकवरी टीम ने अंतरिक्ष यान को सुरक्षित रूप से निकाल लिया और सभी अंतरिक्ष यात्रियों को तट तक पहुंचाया। वहां से वे नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर, ह्यूस्टन के लिए उड़ान भरेंगे, जहां वे अपने परिवारों से पुनर्मिलन करेंगे।

नासा का उत्साहजनक संदेश

नासा की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने कहा,
"हम सुनीता, बुच, निक और अलेक्जेंडर को उनके सफल मिशन के बाद घर वापस देखकर अत्यंत उत्साहित हैं। आईएसएस पर उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रौद्योगिकी परीक्षण और रखरखाव कार्य अंतरिक्ष अन्वेषण में एक अहम योगदान है।"

वैज्ञानिक उपलब्धियों से भरा अभियान

यह मिशन अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोगों, प्रौद्योगिकी के परीक्षण और स्टेशन के रखरखाव के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। क्रू-9 मिशन ने अंतरिक्ष अनुसंधान में नई संभावनाओं को जन्म दिया है और भविष्य में होने वाले अभियानों के लिए आधार तैयार किया है।

सुनीता विलियम्स, जो एक अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं, ने अपने इस मिशन में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाई। उनकी यह यात्रा अंतरिक्ष विज्ञान में भारत और पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा बनी रहेगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post