जबलपुर। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने विद्यासागर भवन में आचार्य समय सागर महाराज के दर्शन कर उनके पावन सान्निध्य का लाभ लिया। उन्होंने श्रद्धा और आदर के साथ आशीर्वाद प्राप्त किया और गूढ़ सामाजिक, नैतिक एवं न्यायिक विषयों पर विस्तृत संवाद किया। इस दीर्घ संवाद में उन्होंने मानवीय संवेदना को न्याय प्रक्रिया की आत्मा बताया और यह कहा कि महिला शिक्षा सामाजिक रूपांतरण की नींव है।
मुख्य न्यायाधीश को बताया गया कि जैन समाज प्रतिभास्थली बालिका विद्यापीठ के माध्यम से बालिकाओं को ज्ञानप्रद व आत्मनिर्भर बनाने का कार्य निरंतर कर रहा है। साथ ही, पूर्णायु संस्थान के अंतर्गत एक विशेष आयुर्वेदिक महाविद्यालय की स्थापना भी छात्राओं के लिए की गई है, जो स्त्रीशक्ति को स्वास्थ्य व शिक्षा के संगम से सशक्त बना रहा है।
महिला स्वावलंबन को मूर्त रूप देने हेतु चलाए जा रहे चलचरखा और हथकरघा परियोजनाएं, आचार्य विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद तथा समय सागर महाराज की प्रेरणा से ग्रामीण और आदिवासी अंचलों में आर्थिक संबल और आत्मगौरव का संचार कर रही हैं। इन योजनाओं ने डिंडोरी जैसे क्षेत्रों में पलायन पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया है और अनेक महिलाओं को स्थानीय स्तर पर जीविका का आधार दिया है।
विद्यासागर भवन परिसर में नारीशक्ति के लिए एक अत्याधुनिक छात्रावास का निर्माण पूर्ण हो चुका है, जिसका लोकार्पण शीघ्र संभावित है। इस संवाद में यह भी सामने आया कि चलचरखा प्रकल्प की बहनों द्वारा राज्य की विभिन्न जेलों और दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी यह कार्य संचालित है। इससे उत्पन्न आय सीधे बंदियों के बैंक खातों में प्रेषित की जाती है, जिससे वे सजा पूरी करने के उपरांत आत्मनिर्भर जीवन जी सकें। मुख्य न्यायाधीश ने इस सेवा की अत्यंत सराहना की।
ब्रह्मचारी विनय जैन 'बंडा भैया' ने पर्यावरण संरक्षण, जीवदया, महिला सशक्तिकरण, हिंदी संवर्धन और स्वावलंबन जैसे विविध आयामों में जैन समाज की निरंतर सेवाओं पर प्रकाश डाला। इस सामाजिक सहभागिता को देखकर मुख्य न्यायाधीश ने गहरी प्रसन्नता व्यक्त की और समाज की सजगता को प्रशंसनीय बताया।
इस अवसर पर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धन्य कुमार जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित जैन एवं विपुलवर्धन जैन सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने मुख्य न्यायाधीश का भव्य स्वागत किया। दिगंबर जैन संरक्षणी सभा एवं पूर्णायु संस्थान की ओर से स्मृति चिह्न अर्पित कर उन्हें सम्मानित किया गया। इस गरिमामयी अवसर पर पवन चौधरी, सौरभ जैन नन्नू, चक्रेश मोदी, आनंद सिंघई, संजीव चौधरी, संजय कटंगाहा, मनीष जैन कल्लू एवं मिनकु जैन सहित कई प्रमुख समाजसेवी भी उपस्थित रहे।
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